हमारे गांव में अभी आलू कि गड़ाई चल रही हैं जिससे अभी बहुत मज़ा आ रहा है आलू गाड़ते समय मौज मस्ती भी करते है जिससे सभी यार दोस्तो से मिलना और मुलाकात भी ही जाती है हमारे गांव में अभी आलू कब तक गड़ जाते मगर इस साल सैलाब आ जाने के कारण लेट मामला हो गया जिससे की लोगो को इससे बहुत ज्यादा नुकसान भी हुआ और कास्तकारी भी पिछड़ गई है हमारे गांव के लोग भी इस टाइम बहुत ज्यादा मस्ती कर रहे खेतो के बारे में-; इस समय हमारे खेतो में गन्ना सरसो मुली आदि की फसल लगी हुई है हमारे खेत बहुत अच्छी जगह है जिससे हमें फसल में अच्छी मुनाफा होती है मगर अच्छी फसल होने के बाद फसल जब सस्ती जाती है तो बहुत बुरा लगता है कि अब कास्तकारी ना करके कोई बिज़नेस खोल लिया जाय तो ज्यादा फायदा रहे गी क्यों कि मेहनत भी ज्यादा नहीं और काम कुछ नहीं सिर्फ पंखे की हवा में दिन भर बैठे रहो और मुनाफा ज्यादा होगी काम भी कुछ नहीं होगा जो किसानों को लुटते है अगर उनसे कहा जाय कि ऐसा करो की एक महीना खेती करलो फिर पता चल जाएगा कास्तकारी क्या होती है
मुकेश अंबानी
मुकेश अंबानी को भारत में सबसे धनी व्यक्तियों में से एक माना जाता है – 2014 में उन्हें फोर्ब्स द्वारा भारत के सबसे अमीर व्यक्ति और 2015 तक दुनिया के 39 वें सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में गिना जाने लगा। 2014 में, वह 40 वें स्थान पर थे। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक के सबसे बड़े शेयर होल्डर भी है जो कि भारत की एक निजी फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनी है।
अनुमान है कि कंपनी में उनके 44.7% शेयर हैं। बाजार मूल्य के मामले में रिलायंस अग्रणी भारतीय कंपनियों में से एक है। वह मुंबई इंडियंस के मालिक भी हैं, जो इंडियन प्रीमियर लीग की एक टीम हैं। फोर्ब्स के अनुसार उनकी संपत्ति का मूल्य 22.2 अरब अमेरिकी डॉलर है, जिससे वे हमारे भारत के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं, हालाँकि रिलायंस इंडस्ट्रीज में उनकी हिस्सेदारी 48 % है।
प्रारंभिक जीवन और उनकी शिक्षा
मुकेश अंबानी की शुरूआती शिक्षा मुंबई के अबाय मोरिस्चा स्कूल में हुयी तथा उन्होंने कैमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री यूडीसीटी से प्राप्त की। बाद में मुकेश अंबानी एम बी ए करने के लिये स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय भी गए किन्तु पहले वर्ष के बाद ही उन्होंने अपनी पढ़ाई को छोड़ दिया। मुकेश अम्बानी का जन्म 19 अप्रैल, 1957 में यमन में स्थित अदेन शहर में हुआ था।
उनकी माँ का नाम कोकिलाबेन अंबानी था और पिता का नाम धीरुभाई अंबानी था, जो कि एक प्रसिद्ध उद्योगपति थे। इसके अलावा उनकी दो बहने भी है जिनका नाम दीप्ती सल्गओंकर और नीना कोठारी है। मुकेश अंबानी के एक छोटे भाई है, जिनका नाम अनिल अंबानी हैं। उनके पिता धीरुभाई अंबानी अदेन में ही काम करते थे। 1970 के दशक तक मुकेश अंबानी का परिवार मुंबई के भुलेश्वर में दो कमरों के एक मकान में गुजारा किया करता था पर कुछ सालों बाद धीरुभाई ने मुंबई के कोलाबा में एक 14 मंजिल ईमारत जिसका नाम (सी विंड) था उसको खरीद लिया जहाँ मुकेश अम्बानी परिवार के सभी अन्य सदस्य कई सालों तक वहां रहे।
व्यक्तिगत जीवन
मुकेश अंबानी ने नीता अंबानी से शादी किया हैं। उनकी एक बेटी है – ईशा अंबानी और दो बेटे है – आकाश अंबानी और अनंत अंबानी। वे वर्तमान में एंटीलिया (भवन) में रह रहे हैं, जो कि 27 मंजिला ईमारत हैं। घर की कीमत एक अरब डॉलर है और इसीलिये इसे दुनिया का सबसे महंगा घर कहा जाता है। एंटीलिया दक्षिण मुंबई, भारत में एक निजी घर है। इसका स्वामित्व रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पास है और दिन में 24 घंटे इस निवास की देखरेख के लिए 600 कर्मचारी हैं।
मुकेश अंबानी 90 किलो के स्वस्थ शरीर के साथ 5 फीट 6.5 इंच लंबे है। उनके बालों का रंग कला है। वह मेष राशि के है और उनका धर्म हिंदू है। व्यवसाय के अलावा, उनके शौक है- फिल्में देखना, पुराने हिंदी गाने सुनना और तैराकी करना। उनके पास कई लक्जरी कारें जैसे बेंटले फ्लाइंग स्पूर, रोल्स रॉयस प्रेत और बी एम डब्ल्यू 760li है । उनका निजी पसंदीदा वाहन लगभग 25 करोड़ रुपये की एक अनुकूलित वैनिटी वैन है। इसके अलावा, वह बोइंग बिजनेस जेट 2 और फाल्कन 900EX के मालिक भी है।
एक अरबपति होने के बावजूद, वह एक सादा जीवन जीना पसंद करते है। आम तौर पर, वह एक साधारण शर्ट और एक काला पैंट पहनते है और किसी भी ब्रांड का पालन नहीं करते है। वह एक गुजराती व्यक्ति हैं।उन्हें गुजराती व्यंजन खाने का शौक है। उनके पसंदीदा व्यंजन पानकी, डोसा, चाट और भुनी हुयी मूंगफली हैं।
व्यवसाय
अंबानी ने केमिकल टेक्नोलॉजी संस्थान के गवर्नर्स बोर्ड पर कार्य किया है। वह पहले भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के उपाध्यक्ष भी रहे हैं और वर्तमान में रिलायंस पेट्रोलियम में बोर्ड के अध्यक्ष हैं। वह रिलायंस रिटेल लिमिटेड की लेखा परीक्षा समिति के अध्यक्ष के रूप में भी काम करते है। वह रिलायंस एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन डीएमसीसी के अध्यक्ष हैं। वह गांधीनगर गुजरात में पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं।
1981 में मुकेश अंबानी परिवार के कारोबार में शामिल हो गए थे। यह धीरूभाई अंबानी ही थे जिन्होंने रिलायंस शुरू किया था। मुकेश अंबानी ने केवल कपड़ा से लेकर क्षेत्रों तक पॉलिएस्टर फाइबर, पेट्रोलियम परिष्करण और पेट्रोकेमिकल्स के रूप में विविधता से कंपनी की गतिविधियों का विस्तार शुरू किया पर बहुत जल्द, वह तेल और उत्पादन और प्राकृतिक गैस की खोज में भी आगे बढ़ गए।
सन 1980 के समय जब इंदिरा गाँधी सरकार ने पी एफ वाई (पॉलिएस्टर फिलामेंट यार्न ) का निर्माण निजी क्षेत्रों के लिए खोला तब रिलायंस ने भी लाइसेंस को पाने के लिये इसमें भाग लिया और टाटा, बिरला तथा 43 और भी बड़ी बड़ी कंपनीयों के मध्य लाइसेंस पाने में उन्होंने कामयाबी भी प्राप्त कर ली। पीएफवाई (पॉलिएस्टर फिलामेंट यार्न) कारखाने का जब निर्माण होने लगा तो धीरुभाई अंबानी ने मुकेश अंबानी को एमबीए की पढ़ाई के बीच में ही बुला लिया और इस तरह मुकेश अंबानी ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और वह भारत वापस आ गए और कारखाने के निर्माण के कार्य में मेहनत से कार्य करने लगे।
मुकेश अम्बानी के मेहनत पूर्ण कार्य से ही रिलायंस ने भारत की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियों में से एक जो कि ‘रिलायंस इन्फोकॉम लिमिटेड’ ( रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड) की स्थापना की। मुकेश अंबानी ने गुजरात के जामनगर में एक बुनियादी स्तर की विश्व की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफायनरी की स्थापना करने में महत्त्वपूर्ण योगदान भी दिया। सन 2010 में इस रिफायनरी की क्षमता 660,000 बैरल प्रति दिन हुआ करती थी यानी 3 करोड़ 30 लाख टन प्रति वर्ष थी। लगभग 100000 करोड़ रुपयों के निवेश से बनी इस रिफायनरी में पेट्रोकेमिकल, पावर जेनरेशन, पोर्ट तथा सम्बंधित आधारभूत ढांचा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर से ‘रिलायंस जिओ’ के माध्यम से दूरसंचार के क्षेत्र में एक नया कदम रखा। मुकेश अंबानी ने आज 4G सेवाएं प्रारंभ कर दी है। जो कि आज की दुनिया में लोगों को आकर्षित कर रही है। इन्ही जिओ 4G के बेहतरीन ऑफर के कारण ही आज गाँव से लेकर शेहर तक लोग तेज़ इन्टरनेट का उपयोग कम दामों में कर पा रहे हैं।
पुरस्कार Awards
- 2007 में मुकेश अंबानी एन डी टीवी के द्वारा “बिज़नसमैंन ऑफ़ द ईयर” से पुरुस्कृत किये गये।
- यू एस आई वी सी ने बाशिंगटन में “ग्लोवल विजन” के पुरुस्कार से सराहा गया।
- 2007 में उन्हें “चित्रलेखा पर्सन ऑफ़ द ईयर” के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 2004 मई में एशिया सोसाइटी, वॉशिंगटन डी सी द्वारा मुकेश अंबानी को “एशिया सोसाइटी लीडरशिप” अवार्ड प्रदान किया गया था।
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