हमारे गांव में अभी आलू कि गड़ाई चल रही हैं जिससे अभी बहुत मज़ा आ रहा है आलू गाड़ते समय मौज मस्ती भी करते है जिससे सभी यार दोस्तो से मिलना और मुलाकात भी ही जाती है हमारे गांव में अभी आलू कब तक गड़ जाते मगर इस साल सैलाब आ जाने के कारण लेट मामला हो गया जिससे की लोगो को इससे बहुत ज्यादा नुकसान भी हुआ और कास्तकारी भी पिछड़ गई है हमारे गांव के लोग भी इस टाइम बहुत ज्यादा मस्ती कर रहे खेतो के बारे में-; इस समय हमारे खेतो में गन्ना सरसो मुली आदि की फसल लगी हुई है हमारे खेत बहुत अच्छी जगह है जिससे हमें फसल में अच्छी मुनाफा होती है मगर अच्छी फसल होने के बाद फसल जब सस्ती जाती है तो बहुत बुरा लगता है कि अब कास्तकारी ना करके कोई बिज़नेस खोल लिया जाय तो ज्यादा फायदा रहे गी क्यों कि मेहनत भी ज्यादा नहीं और काम कुछ नहीं सिर्फ पंखे की हवा में दिन भर बैठे रहो और मुनाफा ज्यादा होगी काम भी कुछ नहीं होगा जो किसानों को लुटते है अगर उनसे कहा जाय कि ऐसा करो की एक महीना खेती करलो फिर पता चल जाएगा कास्तकारी क्या होती है
कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पैसा निकालने के लिए एटीएम तक जाना भी इस दौरान काफी मुश्किल हो गया है। एचडीएफसी बैंक ने इस समस्या को हल करने के लिए एक पहल की है। विज्ञापन एचडीएफसी बैंक ने बुधवार को मोबाइल एटीएम मशीनें सड़क पर उतारी हैं। इनकी मदद से लोगों को एटीएम तक जाने के लिए बाहर नहीं निकलना पड़ेगा बल्कि एटीएम खुद चलकर उनके पास आएगा। मोबाइल एटीएम की सुविधा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच मिलेगी। नोएडा-मुंबई में सेवा शुरू, बाकी देश की भी तैयारी बैंक के मुताबिक नोएडा और मुंबई में बुधवार को यह सेवा सफलतापूर्वक शुरू कर दी गई है। जल्द ही देश के अन्य हिस्सों में भी इसे शुरू कर दिया जाएगा। मोबाइल एटीएम के रूट की पहचान करने के लिए अपने-अपने शहरों में स्थानीय निगम अधिकारियों से जानकारी हासिल की जा सकती है। उदाहरण के तौर पर मुंबई में बैंक बीएमसी के साथ मिलकर रूट तय करने का काम कर रहा है। प्रत्येक स्थान के लिए तय समय ये मोबाइल एटीएम प्रत्येक स्थान पर कुछ निश्चित समय के लिए रहेंगे। इस दौरान मोबाइल ए...