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Stivan pal jaobs

होम और खेतो के बारे में

 हमारे गांव में अभी आलू कि गड़ाई चल रही हैं जिससे अभी बहुत मज़ा आ रहा है आलू गाड़ते समय मौज मस्ती भी करते है जिससे सभी यार दोस्तो से मिलना और मुलाकात भी ही जाती है हमारे गांव में अभी आलू कब तक गड़ जाते मगर इस साल सैलाब आ जाने के कारण लेट मामला हो गया जिससे की लोगो को इससे बहुत ज्यादा नुकसान भी हुआ और कास्तकारी भी पिछड़ गई है हमारे गांव के लोग भी इस टाइम बहुत ज्यादा मस्ती कर रहे   खेतो के बारे में-; इस समय हमारे खेतो में गन्ना सरसो मुली आदि की फसल लगी हुई है हमारे खेत बहुत अच्छी जगह है जिससे हमें फसल में अच्छी मुनाफा होती है मगर अच्छी फसल होने के बाद फसल जब सस्ती जाती है तो बहुत बुरा लगता है कि अब कास्तकारी ना करके कोई बिज़नेस खोल लिया जाय तो ज्यादा फायदा रहे गी क्यों कि मेहनत भी ज्यादा नहीं और काम कुछ नहीं सिर्फ पंखे की हवा में दिन भर बैठे रहो और मुनाफा ज्यादा होगी काम भी कुछ नहीं होगा जो किसानों को लुटते है अगर उनसे कहा जाय कि ऐसा करो की एक महीना खेती करलो फिर पता चल जाएगा कास्तकारी क्या होती है 

Jaek Ma Jeevan prichaye

जैक मा

जैक मा का प्रारंभिक जीवन

जैक मा जन्म 10 सितम्बर, 1964 को चीन के एक छोटे से गाँव हन्ग्ज़्हौ में हुआ था। जैक मा के माता पिता पारंपरिक गाने गा और बजा कर काम किया करते था। जैक मा को बचपन से ही अंग्रेजी सिखने की बहुत इच्छा थी इसलिए वो Hangzhou International Hotel एक साइकिल से जाते थे जहाँ बड़े-बड़े विदेशी नागरिक आते थे।

जैक मा अंग्रेजी सिखने के लिए उन लोगों से पहले अपनी टूटी-फूटी अंग्रेजी में बात किया करते थे। चीन में अंग्रेजी भाषा को उतना ज़रूरी नहीं माना जाता था। परन्तु जब जैक मा ने कुछ अच्छी अंग्रेजी बोलना सिख लिया तो उन्होने दुसरे देशों से आपने वाले विदेशी लोगों के लिए एक टूरिस्ट गाइड के रूप में काम किया। ऐसा करते-करते उनका अंग्रेजी बहुत अच्छा हो गया। उन्होंने यह काम लगभग 9 वर्ष तक किया। जैक मा ने Hangzhou Institute of Electronic Engineering में अंग्रेजी शिक्षक के रूप में भी काम किया था।

टूरिस्ट गाइड का काम करते-करते उनका एक अच्छा विदेशी मित्र बना। जैक मा का असली नाम मा यूँ था पर चीनी भाषा में इसे बोलना बहुत ही मुश्किल था इसलिए उस विदेशी मित्र ने उनका नाम जैक मा रख दिया तब से उनको जैक के नाम से जाना आने लगा। उसके बाद जैक माँ ने नौकरी ढूँढना शुरू किया।

जैक मा का संगर्ष

जैक मा 30 से भी ज्यादा नौकरियों के लिए कोशिश किया पर उन्हें हर जगह से बस नाकामी ही मिली। उन्होंने एक बार पुलिस की नौकरी के लिए कोशिश किया पर उन्हें देखते ही मना कर दिया गया। जब पहली बार KFC का Restaurant उनके शहर में पहली बार खुला तो उन्होंने KFC में भी नौकरी के लिए Try किया पर वहां जिन 24 लोग नौकरी के लिए गए थे उनमें से 23 लोगों को नौकरी मिल गयी लेकिन एक मात्र उन्हें नहीं मिली। इससे यह पता चलता है की उनका जीवन कितना संगर्ष पूर्ण था।

जैक मा गए अमरीका Jack Ma’s goes first time to USA in 1995

जैक मा ने 1994 में पहली बार इन्टरनेट के विषय में सुना। जैक मा 1995 में अपने दोस्तों की मदद से इन्टरनेट के विषय में जानकारी लेने के लिए अमरीका गए। अमरीका में उन्होंने पहली बार इन्टरनेट देखा और चलाया। उन्होंने इन्टरनेट पर सबसे पहले Bear शब्द को Search किया, वहां उन्हें Bear शब्द के बारे में अन्य-अन्य websites से कई प्रकार की जानकारी मिली। उन्होंने जब अच्छे से ध्यान दिया तो देखा की इन्टरनेट पर चीनी भाषा में इसके विषय में कोई जानकरी नहीं है और इस प्रकार उनके दिमागे में एक आईडिया सुझा।

यहाँ तक की उन्होंने चीन देश के विषय में भी इन्टरनेट पर search किया जिसके विषय में भी internet पर उनको search करने पर ज्यादा कुछ नहीं मिला। अपने देश की जानकारी इन्टरनेट पर न पा कर जैक बहुत दुखी हुए क्योंकि उन्हें लगा की अन्य देशों के मुकाबले टेक्नोलॉजी क्षेत्र में चीन बहुत पीछे है।

जैक मा ने चीन की जानकारी की पहली वेबसाइट बने Jack Ma created first about China Website on Internet

जैक मा और उनके अमरीकी मित्र ने मिलकर चीन की जानकारी से भरा हुआ अपना एक पहला वेबसाइट बनाया वेबसाइट। बनाने के कुछ ही घंटों के अन्दर जैक मा को कुछ चीनी लोगों के ईमेल आने लगे। यह देख कर जैक मा को इन्टरनेट की ताकत का पता चला।

उसी वर्ष 1995 में जैक मा उनकी पत्नी और क्कुह दोस्तों ने मिलकर कुछ पैसे जमा किये और एक वेबसाइट बनाने की कंपनी शुरू की थी जिसका नाम उन्होंने रखा China Yellow Pages. इस कंपनी को शुरू करने के लिए सभी दोस्तों ने मिल कर लगभग 20000$ जमा किये थे। इस कंपनी का मुख्य काम था दूसरी कंपनियों के लिए वेबसाइट बनाना। 3 साल के अन्दर उसी कंपनी को 3 लाख $ का मुनाफा हुआ और जैक और उनकी टीम ने उसके बाद चीन की कंपनियों के लिए भी वेबसाइट बनाना शुरू किया।

जैक मा का कहना था की जब वे अपने दोस्तों के साथ वेबसाइट का काम करते थे तो उन्हें टीवी और ताश खेलना पड़ता था। ऐसा इसलिए क्योंकि उस समय का इन्टरनेट स्पीड इतना स्लो हुआ करता था की अधा पेज बनाने में 3.5 घंटे लग जाते थे। जैक मा ने अपने 33 वर्ष की आयु में अपना पहला कंप्यूटर ख़रीदा था। 1998-1999 में China International Electronic Commerce Center द्वारा स्थापित एक IT कंपनी में भी काम किया पर उसके बाद वे वहां से काम छोड़ कर अपने 17 दोस्तों की टीम के साथ दोबारा अपने जन्म स्थान Hangzhou लौट आये।

जैक मा ने अलीबाबा ग्रुप की शुरुवात की  Jack Ma Started Alibaba Groups

उसके बाद जैक मा अपने घर बैठे अपने 17 दोस्तों के साथ मिलकर अपना पहला B to B eCommerce वेबसाइट की शुरुवात की थी। जैक मा कहते हैं वो San Fransisco के एक कॉफ़ी शॉप में बैठे थे। वैसे तो अपनी वेबसाइट का नाम वो Alibaba रखने का उनका मन पहले से ही था पर उन्होंने शॉप के एक Waitress से पुछा – क्या तुम अलीबाबा के विषय में जानते हो? तो जवाब आया खुल जा सिम-सिम। उसके बाद उन्होंने कई भारतीय, अमरीकी और अन्य देशों के लोगों से भी वही सवाल पुछा तो उन्होंने अपया कि सभी लोगों को Alibaba के विषय में पता था।  बस उसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी को Alibaba Groups के नाम से शुरू किया।

उसके बाद से Alibaba Groups ने पुरे विश्व में अपना नाम बना लिया और 240 देशों से भी ज्यादा देशों में इसका कारोबार शुरू हो गया। सितम्बर 2014 के आंकड़ों के अनुसार Alibaba कंपनी ने New York Stock Exchange के अनुसार 25 Billion $ की कंपनी खड़ी कर दी जो की एक बहुत बड़ी सफलता थी। 10 सितम्बर 2017 Forbes के Report के अनुसार जैक मा 17वें की कुल कमाई 37.6 Billion USD है।2017 के report   के अनुसार आज इस कंपनी में 50000+ लोगकाम कर रहे हैं। Alibaba Groups के सभी सहायक कंपनियां – Alibaba.com, Guangzhou Evergrande Taobao F.C., Taobao, Tmall, UCWeb, AliExpress, Juhuasuan.com, 1688.com, Alimama.com, Ant Financial, Cainiao, Lazada, Youku Tudou, Alibaba Cloud

  • आज वो हम सब को एक प्रेरणा देते हैं और सिखाते हैं की चाहें जीवन में आपके जितनी भी मुश्कलें या असफलताएं आ जाएँ कभी भी हार नहीं मनना चाहिए क्योंकि बार-बार असफलता झेलने वाले व्यक्ति को ही सफकता मिलती।

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मै एक स्टूडेंट हूं जो मेरी लाइफ बहुत ही मुश्किल जो की मै एक अच्छा ब्लॉग करता हूं मै अपनी लाइफ कई सारे कठी परिश्रम करता हूं ताकि मै भी दो रूपए कमा कर अपना और अपने बच्चो का पेट भर सकू मै अपने जीवन में बहुत कड़ी मेहनत करता और अपने सारे दिनचर्या के बारे बताता रहता हूं आप अपने जीवन में इतनी मेहनत करो ताकि आप एक ऐसी चोटी पर पहुंचे मै आपकी मदद करने मै सहायक रहूंगा आपको जिस भी प्रकार की मदद करबनी हो आप माय डेली रूटीन पर आकर अपनी मदद और आपके मन जो सवाल उसका उत्तर में डेली देता रहूंगा English Translation -:I am a student who makes my life very difficult, I blog a good life, I do my hard work so that I can earn two rupees to feed myself and my children, I work very hard in my life And I keep telling you about all your daily routine, work so hard in your life so that you reach a peak, I will be helpful to help you in any way you can. Gives you my daily help out at routine and your mind who question his deli in the north will.

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रजनीकांत रजनीकांत आम लोगों के लिए उम्मीद का प्रतीक। यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि रजनीकांत ऐसे इंसान हैं जिन्होंने फर्श से अर्श तक आने की कहावत को सत्य साबित करके बताया हो। दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने बड़ी-बड़ी सफलताएं अर्जित की पर जिस तरह रजनीकांत ने अभावों और संघर्षों में इतिहास रचा है वैसा पूरी दुनिया में कम ही लोग कर पाएं होंगे। एक कारपेंटर से कुली बनने, कुली से बी.टी.एस. कंडक्टर और फिर एक कंडक्टर से विश्व के सबसे ज्यादा प्रसिद्ध सुपरस्टार बनने तक का सफ़र कितना परिश्रम भरा होगा ये हम सोच सकते हैं। रजनीकांत का जीवन ही नहीं बल्कि फिल्मी सफ़र भी कई उतार चढ़ावों से भरा रहा है। जिस मुकाम पर आज रजनीकांत काबिज हैं उसके लिए जितना परिश्रम और त्याग चाहिए होता है शायद रजनीकांत ने उससे ज्यादा ही किया है। संघर्षपूर्ण बचपन रजनीकांत का जन्म 12 दिसम्बर 1950 को कर्नाटक के बैंगलोर में एक बेहद मध्यमवर्गीय मराठी परिवार में हुआ था। वे अपने चार भाई बहनों में सबसे छोटे थे। उनका जीवन शुरुआत से ही मुश्किलों भरा रहा, मात्र पांच वर्ष की उम्र में ही उन्होंने अपनी माँ को खो दिया था। पि...